एक अच्छा वातावरण
एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम सूरज था ! सूरज का सपना था कि वह बड़ा आदमी बने और समाज में कुछ अच्छा करे ! लेकिन उसे एक बड़ी समस्या थी – उसका गाँव बहुत गंदा था ! कूड़ा-करकट हर जगह फैला हुआ था ! नालियाँ जाम थीं, और गाँव के लोग भी इस गंदगी को साफ रखने के प्रति उदासीन थे। सूरज का मन दुखी रहता क्योंकि वह जानता था कि एक अच्छा वातावरण ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है।
*एक दिन सूरज ने सोचा कि अगर उसे अपने गाँव को स्वच्छ बनाना है ! तो किसी और पर निर्भर रहने के बजाय उसे खुद पहल करनी होगी ! उसने सबसे पहले अपने घर के आसपास सफाई शुरू की ! वह रोज़ सुबह उठकर घर के बाहर कचरा इकट्ठा करता और उसे नष्ट करता ! यह देखकर उसके पड़ोसी चौंके और उन्होंने भी सूरज की मदद करना शुरू किया ! धीरे-धीरे गाँव के बाकी लोग भी जुड़ने लगे और सबने मिलकर अपने गाँव को साफ करना शुरू कर दिया।
छोटे-छोटे प्रयास
सूरज ने समझाया कि अगर हम सब मिलकर छोटे-छोटे प्रयास करें ! तो किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। स्वच्छता के साथ-साथ उसने अपने दोस्तों और गाँववालों को पर्यावरण की रक्षा करने के बारे में भी बताया ! सूरज ने जल, जंगल और ज़मीन की अहमियत को समझाया और लोगों को वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित किया ! गाँव में धीरे-धीरे पौधे लगाने का सिलसिला शुरू हुआ और कचरा प्रबंधन की प्रक्रिया भी नियमित रूप से की जाने लगी।
आज, सूरज का गाँव एक आदर्श गाँव बन चुका है। यह न केवल स्वच्छ है, बल्कि यहाँ के लोग भी पर्यावरण के प्रति जागरूक हैं। सूरज ने साबित कर दिया कि एक अच्छे वातावरण की शुरुआत हम खुद से कर सकते हैं, और अगर हम सब मिलकर काम करें, तो किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अगर हम एक अच्छा वातावरण चाहते हैं तो हमें खुद को बदलने की आवश्यकता है। छोटे कदमों से शुरुआत करें, और समाज में बड़ा परिवर्तन लाने की दिशा में कदम बढ़ाएं।

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